कोटा
सफाईकर्मी से ड्यूटी पर रखने की एवज में रिश्वत लेते गिरफ्तार हुए कांग्रेस पार्षद व उसके PA को न्यायाधीश के आवास पर पेश किया गया। जहां से न्यायाधीश ने दोनों को 17 जुलाई तक जेल भेजने के आदेश दिए। ACB डीएसपी हर्षराज खरेड़ा ने बताया कि ACB अब नगर निगम दक्षिण के सफाईकर्मी के ड्यूटी रजिस्टर सहित अन्य दस्तावेज की जांच करेगी। परिवादी की 9 माह से सैलरी अटकी हुई थी। मामले में जुड़े संदिग्ध लोगों से भी पूछताछ की जाएगी।.
इधर रिश्वत आरोप में गिरफ्तार होने के बाद शहर कांग्रेस कमेटी ने वार्ड पार्षद को पार्टी से निष्कासित किया है। शहर कांग्रेस अध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने वरिष्ठ नेताओं की सहमति के बाद वार्ड संख्या 10 से कांग्रेसी पार्षद कमल मीणा को पार्टी से निष्कासित किया है।
ये था मामला
कांग्रेस पार्षद कमल मीणा ने सफाईकर्मी को ड्यूटी पर लेने व उसकी सेलरी बनवाने की एवज में 5 हजार रुपए महीने की बंधी मांग की थी। शनिवार को परिवादी कुणाल से अपने PA सुनील को 5 हजार की रिश्वत दिलवाई थी। रिश्वत लेते ही ACB ने दोनों को दबोच लिया था।
ACB के गिरफ्त में आने के बाद कांग्रेस पार्षद के काले कारनामे की चर्चा सामने आने लगी है। बताया जा रहा है कि हर माह 3500 रुपए की सैलरी लेने वाले पार्षद ने गलत कामों को अंजाम देने के लिए अपने दोस्त सुनील को PA बना रखा था। लेने देन के सारे काम PA के जरिये ही करता था। रिश्वत में मिली रकम मेंसे कुछ हिस्सा PA को देता था। हर जगह दोनों एक साथ जाते थे।
पार्षद कमल मीणा सफाई कर्मियों का ड्यूटी रजिस्टर भी अपने पास रख लेता था। पार्षद का पावर इतना था कि उसके कहने पर ही जमादार, सफाईकर्मी को ड्यूटी पर लेता था,और हाजरी भरता था। ये सारा खेल PA के जरिये होता था। पार्षद के कहने पर PA ही रजिस्टर में हाजरी, गैर हाजरी लगवाता था।परिवादी की हाजरी भरने के लिए पार्षद ने ही जमादार को मना कर दिया था। ओर 5 हजार की रिश्वत देने के बाद ही ड्यूटी पर लेने के लिए जमादार से बोला था।