कोटा जिले में ग्राम पंचायतों का बड़ा पुनर्गठन: 57 नई पंचायतों का नवसृजन, कई गांवों का फेरबदल

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कोटा। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने कोटा जिले की पंचायत समितियों में ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन, पुनःसीमांकन और नवसृजन की अधिसूचना जारी कर दी है। राज्य सरकार से अनुमोदन के बाद यह आदेश राजस्थान राजपत्र (21 नवंबर 2025) में प्रकाशित हुआ है।

अधिसूचना के अनुसार कोटा जिले की 5 पंचायत समितियों में कुल 57 नई ग्राम पंचायतों का गठन किया गया है। कई पुराने पंचायत क्षेत्रों में गांव हटाए गए, कुछ को जोड़ा गया और कई पंचायतों का दायरा पूरी तरह बदल गया है।


किस पंचायत समिति में कितनी नई ग्राम पंचायतें

  • सुल्तानपुर – 13
  • इटावा – 12
  • सांगोद – 11
  • खैराबाद – 11
  • लाडपुरा – 10

पुनर्गठन के बाद अब कोटा जिले की पंचायत समितियों में ग्राम पंचायतों की कुल संख्या इस प्रकार है—

  • सांगोद – 36 ग्राम पंचायतें
  • खैराबाद – 29 ग्राम पंचायतें
  • इटावा – 39 ग्राम पंचायतें
  • सुल्तानपुर – 35 ग्राम पंचायतें
  • लाडपुरा – 25 ग्राम पंचायतें

सांगोद पंचायत समिति – लबानिया बनी सबसे बड़ी पंचायत, 11 नई पंचायतें गठित

राजपत्र अनुसार सांगोद में 11 नई ग्राम पंचायतों का गठन किया गया है।
सबसे बड़ा बदलाव लबानिया ग्राम पंचायत में हुआ है।

लबानिया पंचायत में गांव बढ़े—7 से 10

पूर्व स्थिति में 7 गांव थे, अब शामिल किए गए गांव—

  • दोरानी
  • जेठानी
  • बूडनहेड़ा
  • ढाणी उर्फ नयागांव

लटूरी पंचायत के 4 गांव भी लबानिया में शामिल कर दिए गए हैं। अब लटूरी में केवल 5 गांव रह गए हैं।

नई पंचायतें

  • कोटड़ी – 3 गांव
  • नाहरिया – 3 गांव
  • तेहरोली – 5 गांव
  • राजगढ़ – 6 गांव
  • लसेड़िया कला – 3 गांव
  • रूपाहेड़ा – 3 गांव
  • उमरदा – 7 गांव (सबसे अधिक)

खैराबाद पंचायत समिति – कुदायला पंचायत में अब सिर्फ एक गांव

खैराबाद में कुल 11 नई ग्राम पंचायतों का गठन हुआ।

सबसे बड़ा बदलाव कुदायला पंचायत में—
पहले कुदायला, मायला, सांडपुर और अमरपुरा शामिल थे।
अब तीन गांव हटे, और पंचायत में केवल कुदायला गांव ही रहा।

नई पंचायतें

  • मायला — सिर्फ एक गांव
  • अन्य नई पंचायतों में गांवों की सीमाएं बड़े स्तर पर बदली गईं।

इटावा पंचायत समिति – 12 नई ग्राम पंचायतें, कई बड़े बदलाव

इटावा में कुल 12 नई पंचायतों का गठन किया गया है।

बालूपा पंचायत—7 से 3 गांव रह गए

पहले 7 गांव शामिल थे, अब—

  • बालूपा
  • रामपुरिया
  • संग्रामपुरा

बाकी गांव (छापोल, आसीदा, बिसनपुरा, उदयभानपुरा) अलग कर नई पंचायत छापोल बनाई गई है।

लुहावद पंचायत विभाजित

लुहावद से दो गांव हटाकर गणेशखेड़ा नई पंचायत बनाई गई है।


सुल्तानपुर पंचायत समिति – 13 नई पंचायतें, अमरपुरा का दायरा सबसे ज्यादा घटा

सुल्तानपुर में 13 पंचायतों का नवसृजन हुआ और कुल पंचायतें 35 हो गईं।

अमरपुरा पंचायत—9 से 3 गांव रह गए

पहले 9 गांव शामिल थे।
अलग की गई सुरेला पंचायत में 6 गांव शामिल कर नई पंचायत बनाई गई।

अब अमरपुरा में—

  • अमरपुरा
  • नयागांव रामपुरिया
  • जियाहेड़ी

बमोरी पंचायत

पहले 4 गांव शामिल थे, अब बमोरी अकेला गांव बनकर अलग पंचायत बना।


लाडपुरा पंचायत समिति – 10 नई पंचायतें, डोल्या सबसे बड़ी बनी

लाडपुरा में दस नई ग्राम पंचायतों का गठन हुआ और कुल पंचायतों की संख्या अब 25 हो गई।

डोल्या पंचायत—21 गांवों के साथ सबसे बड़ी

पहले 22 गांव शामिल थे, अब 21 गांव।

भंवरिया पंचायत का ढांचा बदला

पहले 19 गांव थे, अब सिर्फ 7 गांव शामिल किए गए।

भीमपुरा पंचायत में कोई बदलाव नहीं


कुल मिलाकर बड़ा प्रशासनिक बदलाव

पुनर्गठन के बाद जिले की राजनीतिक एवं प्रशासनिक संरचना में बड़ा परिवर्तन माना जा रहा है। कई गांव पहली बार अपनी अलग पंचायत पाएंगे, वहीं कई पुरानी पंचायतों का स्वरूप बदल चुका है। चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद नई पंचायतों में पहली बार मतदान होगा।

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